माता पार्वती आर्ती
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जय पार्वती माता,
जय पार्वती माता,
ब्रह्मा सनातन देवी,
शुभ फल की दाता ।
॥ जय पार्वती माता...॥
अरि कुल कांट नाशनी,
निज सेवक त्राता,
जग जननी जगदांबा,
हरि हर गुण गाता ।
॥ जय पार्वती माता...॥
सिंह को वाहन सजे,
कुंडल है साथ,
देव वधू जस गावत,
नृत्य करते है॥
॥ जय पार्वती माता...॥
माता पार्वती आर्ती के बारे में
माता पार्वती भगवान शिव की अर्धांगिनी और शक्ति स्वरूप हैं। उनकी आरती से भक्तों को शक्ति, सुरक्षा, मानसिक शांति और जीवन में समृद्धि प्राप्त होती है।
अर्थ
इस आरती में माता पार्वती के सौंदर्य, करुणा और संरक्षण स्वरूप का वर्णन है। यह आरती भक्तों की सभी बाधाओं का नाश कर उन्हें सुख-शांति प्रदान करती है।
लाभ
- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य
- परिवार में सुख-शांति और सौहार्द
- धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति
- संकटों से रक्षा और विश्वास
महत्व
माता पार्वती की आरती नवरात्रि और अन्य धार्मिक अवसरों पर विशेष रूप से की जाती है। यह आरती भक्तों को मां की विशेष कृपा प्रदान करती है।
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