कार्तवीर्य अर्जुन द्वादश नाम स्तोत्रम्
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ॐ कार्तवीर्यर्जुनो नम राज बाहु सहस्रवान्
तस्य स्मरण मात्रेण गतं नष्टं च लभ्यते ॥ १ ॥
कार्तवेरीयः, खल द्वेषी, कृत, वीर्यः सुतो, बलि,
सहस्र बाहु, शत्रुग्नो, रक्तवस धनुर्धर ॥ २ ॥
रक्त गन्धो, रक्त मल्यो, राजा, स्मर्तुर्, अभिष्टदा,
द्वसैथानि नामानि कार्तवीर्यस्य य पदेत् ॥ ३ ॥
संपद् स्थत्र जयंते जन स्थत्र वसङ्गथा,
आनयथ यशु दूरस्थं क्षेम लाभ युतं प्रियं ॥ ४ ॥
सहस्र बाहुम्, महीठं, ससरं सचपं,
रक्ताम्बरं वि विधा रक्त किरीट भूषणम्,
चोराधि दुष्ट भय नाशनं, इष्ट दान्तं,
ध्यायेन महा बल विजृम्भित कार्तवीर्यं ॥ ५ ॥
यस्म स्मरण मात्रेण सर्व दुःख क्षय भवेत्,
यन् नामानि महा वीरश्चार्जुन कृत वीर्यवान् ॥ ६ ॥
हैहयाधि पथे, स्तोत्रं सहस्रवृत्ति कृतम्,
वञ्चितार्थ प्रदं नृणां स्वराज्यं सुकृतं यदि ॥ ७ ॥
इति कार्तवीर्यर्जुन द्वादश नाम स्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥
कार्तवीर्यर्जुन मंत्र
ॐ कार्तवीर्यर्जुनो नम राज बाहु सहस्रवान्
तस्य स्मरण मात्रेण गतं नष्टं च लभ्यते ॥
कार्तवीर्य अर्जुन द्वादश नाम स्तोत्रम् के बारे में
कार्तवीर्य अर्जुन द्वादश नाम स्तोत्र राजा कार्तवीर्य अर्जुन को समर्पित एक पवित्र स्तोत्र है, जो अपने साहस, ज्ञान और अपार शक्ति के लिए प्रसिद्ध थे। वे भगवान शिव के महान भक्त और वैदिक युग के एक शक्तिशाली सम्राट थे। यह स्तोत्र कार्तवीर्य अर्जुन के बारह नामों से बना है और उनकी कृपा प्राप्ति के लिए पाठ किया जाता है।
अर्थ
यह स्तोत्र कार्तवीर्य अर्जुन के दिव्य गुणों की स्तुति करता है जैसे हजार भुजाएं, वीरता, योग में निपुणता, और समृद्धि के रक्षक और प्रदाता के रूप में उनकी भूमिका। यह उनके नामों के जाप से समृद्धि आकर्षित करने, खोई हुई संपत्ति वापस पाने, बाधाओं को दूर करने और न्यायिक व सांसारिक मामलों में सुरक्षा प्राप्त करने की शक्ति को रेखांकित करता है।
लाभ
- धन और समृद्धि आकर्षित करता है
- खोई या चोरी हुई वस्तुओं को वापस पाने में मदद करता है
- कानूनी और वित्तीय बाधाएं दूर करता है
- विवादों में सुरक्षा और विजय प्रदान करता है
- साहस, ज्ञान और आध्यात्मिक विकास बढ़ाता है
महत्व
कार्तवीर्य अर्जुन द्वादश नाम स्तोत्र उन भक्तों द्वारा अत्यंत पूजनीय है जो आर्थिक कठिनाइयों, कानूनी समस्याओं और धन की हानि को दूर करना चाहते हैं। नियमित जाप से स्थिरता, सुरक्षा और शक्तिशाली राजा कार्तवीर्य अर्जुन की कृपा प्राप्त होती है, जिससे समग्र कल्याण बढ़ता है।