यम गायत्री मन्त्र
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ॐ सूर्य पुत्राय विद्महे महाकालाय धीमहि तन्नो यम प्रचोदयात्
यम गायत्री मन्त्र के बारे में
यम गायत्री मंत्र भगवान यम को समर्पित एक पवित्र जाप है, जो हिंदू पुराणों में मृत्यु और न्याय के देवता हैं। यह मंत्र मृत्यु के भय से सुरक्षा, धर्म की प्रबलता और यम की दिव्य न्याय और दया की कृपा प्राप्ति के लिए कहा जाता है।
अर्थ
मंत्र का अर्थ है: ॐ यमाय विद्महे, धर्माय धीमहि, तन्नो यमः प्रचोदयात्। इसका अनुवाद है कि हम धर्म और न्याय के प्रतीक भगवान यम का ध्यान करते हैं, और उनके मार्गदर्शन और आशीर्वाद से भय को दूर कर शांति प्राप्त करने की कामना करते हैं।
लाभ
- मृत्यु और अनजान से भय दूर करता है
- धार्मिक और नैतिक जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है
- मानसिक शांति और निर्भीकता लाता है
- नकारात्मक और हानिकारक शक्तियों से रक्षा करता है
- आध्यात्मिक विकास और मोक्ष में सहायता करता है
महत्व
यम गायत्री मंत्र यम के धर्म रक्षक के रूप में सम्मान के लिए और मृत्यु के भय के खिलाफ साहस पाने के लिए जपा जाता है। यह मंत्र अनुष्ठानों और ध्यान में उपयोग होता है ताकि धार्मिकता और शांति का विकास हो और भक्त जीवन के अंतिम सत्य का सामना धैर्य से कर सकें।