विद्या ददाति विनयं मंत्र
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विद्या ददाति विनयं,
विनया ददाति पात्रताम्।
पात्रत्वात् धनमाप्नोति,
धनात् धर्मं ततः सुखम्॥
विद्या ददाति विनयं मंत्र के बारे में
विद्या ददाति विनयम् एक प्राचीन संस्कृत श्लोक है जो ज्ञान के महत्व और इसके जीवन पर प्रभाव को दर्शाता है। यह मंत्र सिखाता है कि कैसे ज्ञान से विनम्रता, पात्रता, धन, धर्म और अंततः सुख प्राप्त होता है।
अर्थ
इस श्लोक का अर्थ है कि विद्या से विनम्रता आती है; विनम्रता से पात्रता आती है; पात्रता से धन प्राप्त होता है; धन से धर्म होता है; और धर्म से सच्चा सुख प्राप्त होता है।
लाभ
- विनम्रता और उचित आचरण सिखाता है
- पात्रता और योग्यता विकसित करता है
- समृद्धि और आर्थिक स्थिरता देता है
- धार्मिक जीवन और आध्यात्मिक सुख को प्रोत्साहित करता है
महत्व
इस मंत्र का पाठ शैक्षिक और आध्यात्मिक वातावरण में प्रोत्साहित किया जाता है, जो सच्चे ज्ञान के व्यापक लाभों की याद दिलाता है। यह व्यक्तिगत विकास और नैतिक जीवन के लिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत है।
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