माँ लक्ष्मी गायत्री मन्त्र
ऑडियो सुनने के लिए चलाएँ
ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ ||
माँ लक्ष्मी गायत्री मन्त्र के बारे में
माँ लक्ष्मी गायत्री मंत्र देवी लक्ष्मी को समर्पित एक पवित्र आह्वान है, जो हिंदू धर्म में धन, समृद्धि और विपुलता की दैवीय स्रोत हैं। वह सौभाग्य, सुंदरता और आध्यात्मिक समृद्धि का प्रतीक हैं, और यह मंत्र उनकी कृपा प्राप्ति के लिए जपा जाता है।
अर्थ
ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्। इसका अर्थ है कि हम महान देवी लक्ष्मी, जो भगवान विष्णु की पत्नी हैं, का ध्यान करते हैं और उनकी दैवीय कृपा और प्रेरणा प्राप्त करने की प्रार्थना करते हैं।
लाभ
- धन, समृद्धि और सफलता आकर्षित करता है
- आर्थिक बाधाओं और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है
- शांति, सद्भाव और खुशी को बढ़ावा देता है
- आध्यात्मिक विकास और संतोष को बढ़ाता है
- जीवन में सुरक्षा और स्थिरता प्रदान करता है
- उदारता और करुणा को प्रेरित करता है
महत्व
माँ लक्ष्मी गायत्री मंत्र का जाप लक्ष्मी पूजा, दिवाली और अन्य शुभ अवसरों पर किया जाता है ताकि देवी की कृपा से समृद्धि और आध्यात्मिक समृद्धि प्राप्त हो सके। नियमित जाप से भौतिक इच्छाओं और आध्यात्मिक विकास के बीच संतुलन माना जाता है।