गायत्री मंत्र
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ॐ भूर्भुवः स्वः
तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्य धीमहि
धियो यो नः प्रचोदयात् ॥
गायत्री मंत्र के बारे में
गायत्री मंत्र हिंदू धर्म का एक सबसे पवित्र और शक्तिशाली मंत्र है, जो ऋग्वेद से उत्पन्न हुआ है। यह वैदिक देवता सवित्र, सूर्य देव को समर्पित है और २४ वर्णों का बना है। इस मंत्र को ज्ञान, प्रबोधन और आध्यात्मिक जागरूकता के लिए सार्वभौमिक प्रार्थना के रूप में माना जाता है।
अर्थ
इस मंत्र का अर्थ है: 'हम Supreme सृष्टिकर्ता की दिव्य ज्योति का ध्यान करते हैं, जो भौतिक, मानसिक और आध्यात्मिक जगतों का स्रोत और पालनहार है। यह दिव्य ज्योति हमारे बुद्धि को प्रज्वलित करे और हमें सत्य और ज्ञान की ओर प्रेरित करे।'
लाभ
- मन और बुद्धि को शुद्ध करता है
- मानसिक स्पष्टता और ज्ञान बढ़ाता है
- आध्यात्मिक जागरूकता और आंतरिक शांति प्रदान करता है
- सुरक्षा और दिव्य आशीर्वाद देता है
महत्व
गायत्री मंत्र हिंदू अनुष्ठानों, दैनिक पूजा और ध्यान के अभ्यासों में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इसे पवित्र सूत्र समारोह (उपनयन) के दौरान बच्चों को सिखाया जाता है और इसे 'सभी वेदों की माता' माना जाता है। यह मंत्र ज्ञानोदय और अज्ञानता के नाश का शक्तिशाली उपकरण है।