गजाननं भूतगणाधिवसितं मंत्र
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गजाननं भूतगणाधिसेवितं,
कपित्थजम्बूफलचारुभक्षणम् ।
उमासुतं शोकविनाशकरम्,
नमामि विघ्नेश्वरपादपंकजम् ॥
गजाननं भूतगणाधिवसितं मंत्र के बारे में
गजाननं भूतगणाधि सेवितं एक लोकप्रिय पवित्र मंत्र है जो भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें बाधाओं को दूर करने वाला और शुरुआत का देवता माना जाता है। यह मंत्र गणेश की स्तुति करता है जो सभी भूत-गणों द्वारा सेवा प्राप्त करते हैं, कपित्थ और जम्बू फल को प्रिय मानते हैं, और देवी उमा (पार्वती) के पुत्र हैं।
अर्थ
इस मंत्र का अर्थ है: मैं भगवान गणेश को प्रणाम करता हूँ, जिनका मुख हाथी जैसा है, जिन्हें दिव्य प्राणी सेवा देते हैं, जो कपित्थ और जम्बू फलों का सार ग्रहण करते हैं, जो उमा के पुत्र हैं और जो शोक और बाधाओं को दूर करते हैं। यह आशीर्वाद और दैवीय सुरक्षा के लिए एक प्रार्थना है।
लाभ
- बाधाओं और कठिनाइयों को दूर करता है
- शांति, समृद्धि और सफलता लाता है
- आत्मविश्वास और सकारात्मकता बढ़ाता है
- नकारात्मक प्रभावों से रक्षा करता है
- ध्यान और आध्यात्मिक विकास को बढ़ाता है
महत्व
गजाननं भूतगणाधि सेवितं मंत्र का व्यापक रूप से दैनिक प्रार्थनाओं, नई शुरुआतों और शुभ कार्यों के पहले जप किया जाता है ताकि भगवान गणेश के आशीर्वाद, सफलता और सुरक्षा को प्राप्त किया जा सके। इसे आदि शंकराचार्य से जोड़ा जाता है और इसकी आध्यात्मिक शक्ति के लिए प्रिय माना जाता है।