हल्दी रीतियां पूजा हिंदू संस्कृति में एक शुभ पूर्व-विवाह समारोह है जिसमें दूल्हा और दुल्हन के शरीर पर हल्दी का लेप लगाया जाता है, जिससे उन्हें समृद्धि, स्वास्थ्य और खुशहाली के लिए शुद्ध किया जाता है और आशीर्वाद दिया जाता है।
अमूमन शादी से एक या दो दिन पहले दूल्हा-दुल्हन के घर पर किया जाता है।
हमारे समर्पित पंडित पारंपरिक अनुष्ठानों और व्यक्तिगत सेवा के साथ हल्दी पूजा कराते हैं ताकि यह समारोह अविस्मरणीय बन सके।
हल्दी पूजा का उद्देश्य क्या है?
दूल्हा-दुल्हन को शुद्ध करना, उन्हें नकारात्मकता से बचाना, और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए आशीर्वाद देना।
क्या हल्दी पूजा घर पर की जा सकती है?
हाँ, यह परंपरागत रूप से दूल्हा और दुल्हन के घरों पर किया जाता है।
हल्दी समारोह में मुख्य सामग्री क्या-क्या होती हैं?
हल्दी पाउडर, चंदन, गुलाबजल, दूध, फूल, धूप और पारंपरिक मिठाइयाँ।
अभी अपनी हल्दी रीतियां पूजा बुक करें और अपनी शादी को सकारात्मकता और आनंद से आशीर्वादित करें।
हल्दी अनुष्ठान एक पारंपरिक हिंदू प्रथा है जो सदियों से चली आ रही है। हल्दी का उपयोग भारतीय संस्कृति में सौभाग्य और समृद्धि लाने के लिए किया जाता है। यह अनुष्ठान शादी से पहले संपन्न होता है और इसमें देवताओं को फूल, फल और अन्य वस्तुओं का भेंट दिया जाता है।इस पूजा में दुल्हा और दुल्हन के माथे, हाथों और पैरों पर हल्दी का पेस्ट लगाया जाता है जो उनके जीवन को शुभ और खुशहाल बनाने का प्रतीक है। हल्दी के औषधीय गुण भी होते हैं, जैसे कि यह संक्रमण से बचाव करती है और सूजन कम करती है।हल्दी पूजा प्रेम, खुशी और एकता का उत्सव है जो शादी समारोह की एक महत्वपूर्ण शुरुआत मानी जाती है। यह पूजा न केवल विवाह को शुभ बनाती है बल्कि पारंपरिक सम्मिलन के रूप में परिवार और मित्रों को एक साथ लाती है।
पुणे में विशेषज्ञ पंडितों द्वारा हल्दी अनुष्ठान पूजा की सेवा। आज ही संपर्क करें।