छठ पूजा २०२५
तारीख़: २७ अक्टूबर २०२५
पूरी तारीख
२५ अक्टूबर २०२५ सुबह ६:४१ बजे – २८ अक्टूबर २०२५ सुबह ७:५९ बजे
मुहूर्त समय भारत में
नहाय-खाय (दिन १)
श्रद्धालु शुद्धिकरण स्नान करते हैं और सत्त्विक भोजन ग्रहण करते हैं।
२५ अक्टूबर २०२५ सुबह ६:४१ – २५ अक्टूबर २०२५ शाम ६:०६
खरना (दिन २)
दिनभर निर्जला व्रत, शाम को खीर और रोटी अर्पित करना।
२६ अक्टूबर २०२५ सुबह ६:०० – २६ अक्टूबर २०२५ शाम ७:३०
संध्या अर्घ्य (दिन ३)
जलाशयों में खड़े होकर अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देना।
२७ अक्टूबर २०२५ शाम ५:४० – २७ अक्टूबर २०२५ शाम ७:३०
उषा अर्घ्य और व्रत पारण (दिन ४)
सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देना, व्रत पारण और प्रसाद वितरण।
२८ अक्टूबर २०२५ सुबह ६:३० – २८ अक्टूबर २०२५ सुबह ७:५९
परिचय
छठ पूजा एक महत्वपूर्ण हिन्दू पर्व है जो सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है ताकि स्वास्थ्य, समृद्धि और कल्याण प्राप्त हो सके। यह मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वांचल और नेपाल में मनाया जाता है।
अन्य नाम
सूर्य षष्ठी, छठ महापर्व
पूजा विधि
- नदी या जलाशय के निकट फल, ठाकुआ और अन्य सामग्री से पूजा स्थल सजाएं।
- खरना और प्रसाद देने के दिन निर्जला व्रत करें।
- सूर्योदय और सूर्यास्त पर जल में खड़े होकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
- सूर्य और छठी मैया के मंत्रों का जाप करें।
- व्रत खोलें और प्रसाद परिवार में बांटें।
अनुष्ठान
- दिन १: नहाय-खाय - शुद्धिकरण स्नान और सत्त्विक भोजन ग्रहण।
- दिन २: खरना - निर्जला व्रत और शाम को खीर और भोजन।
- दिन ३: संध्या अर्घ्य - अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देना।
- दिन ४: उषा अर्घ्य - उगते हुए सूर्य को अर्घ्य और व्रत का पारण।
क्षेत्रीय विशेषताएँ
- मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल में मनाया जाता है।
- समुदाय नदी किनारे और जलाशयों पर सामूहिक पूजा करते हैं।
- लोकगीत, भजन और पारंपरिक खाद्य जैसे ठाकुआ प्रसिद्ध हैं।
इतिहास
प्राचीन वैदिक परंपराओं में निहित, छठ पूजा प्रकृति की शक्तियों और सूर्य के जीवन-दायिनी ऊर्जा के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करती है और परिवार और समुदाय के बीच संबंध मजबूत करती है।
अतिरिक्त जानकारी
- छठ पूजा एक अनोखा त्योहार है जो सूर्य की पूजा और प्रकृति की उपासना करता है।
- यह कठोर व्रत और अनुष्ठान शारीरिक और आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ावा देते हैं।
- यह त्योहार समुदायों में सामाजिक और पारिवारिक संबंध मजबूत करता है।