बुद्ध पूर्णिमा २०२६
तारीख़: 1 मई २०२६
पूरी तारीख
30 अप्रैल २०२६ रात्रि ८:१३ बजे – 1 मई २०२६ रात्रि १०:५३ बजे
मुहूर्त समय भारत में
बुद्ध जयंती समारोह
यह त्योहार बौद्ध केंद्रों में प्रार्थना, ध्यान, ध्यान सत्र और सांस्कृतिक प्रदर्शन के साथ मनाया जाता है।
1 मई २०२६ सभी दिन – 1 मई २०२६ रात्रि
परिचय
बुद्ध पूर्णिमा 2026 में 1 मई को मनाई जाएगी, जो भगवान गौतम बुद्ध के जन्म, ध्यान और निर्वाण का पर्व है, और विश्वभर में करुणा, शांति और आध्यात्मिक उन्नति का प्रेरक है।
अन्य नाम
वेसाक, बुद्ध जयंती, विषाख पूर्णिमा
अनुष्ठान
- मठों और मंदिरों में व्रत और ध्यान का पालन।
- बुद्ध प्रतिमाओं को फूल, दीया और धूप अर्पित करना।
- बौद्ध शास्त्र, मंत्र और प्रार्थनाएं पढ़ना।
- शोभायात्राओं, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और दान करने में भागीदारी।
क्षेत्रीय विशेषताएँ
- भारत, श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड और अन्य बौद्ध देशों में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है।
- बौद्ध चंद्र कैलेंडर में वेसाख माह की पूर्णिमा के दिन मुख्य रूप से मनाया जाता है।
- आध्यात्मिक जागरूकता, करुणा और अहिंसा पर केंद्रित।
इतिहास
यह दिन सिद्धार्थ गौतम के जन्म का स्मरण है, जिन्होंने भगवान बुद्ध के रूप में बौद्ध धर्म की स्थापना की, और अपना जीवन करुणा और अहिंसा का संदेश फैलाने में बिताया।
अतिरिक्त जानकारी
- बुद्ध पूर्णिमा दया, ध्यान, और आध्यात्मिक विकास को प्रोत्साहित करता है।
- यह त्योहार विविध समुदायों के बीच शांति, सहिष्णुता और सद्भाव बढ़ाता है।
- कई देश बौद्ध स्थलों और मठों की यात्रा करते हैं।
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