श्री जगन्नाथ संध्या आरती
अनंत रूप अनंत नाम
अनंत रूप अनंत नाम,
अनंत रूप अनंत नाम,
आदि मूल नारायण
आदि मूल नारायण
अनंत रूप अनंत नाम,
अनंत रूप अनंत नाम,
आदि मूल नारायण
आदि मूल नारायण
विश्व रूप विश्व धारा
विश्व रूप विश्व धारा
विश्वव्यापक नारायण
विश्वव्यापक नारायण
विश्व तेजस प्रज्ञ स्वरूप
विश्व तेजस प्रज्ञ स्वरूप
हे दया सिंधो कृष्ण हे दया
अनंत शयन हे जगन्नाथ
अनंत शयन हे जगन्नाथ
कमल नयन हे माधव
कमल नयन हे माधव
करुणा सागर कालिय नर्दन
करुणा सागर कालिय नर्दन
हे दया सिंधो कृष्ण
हे दया सिंधो कृष्ण
हे कृपा सिंधो कृष्ण
हे कृपा सिंधो कृष्ण
अनंत रूप अनंत नाम,
अनंत रूप अनंत नाम,
आदि मूल नारायण
आदि मूल नारायण
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