VividhGyan Logo

नरसिंह आरती इस्कॉन

ऑडियो सुनने के लिए चलाएँ

नमस्ते नरसिंहाय
प्रह्लादाह्लाद-दायिने
हिरण्यकशिपोर वक्षःशिला-
शिला-टंक-नखलये

इतो नृसिंहः परतो नृसिंहो
यतो यतो यामि ततो नृसिंहः

बहिर नृसिंहो हृदये नृसिंहो
नृसिंहम आदिम शरणं प्रपद्ये

तव कर-कमल-वरे नखं अद्भुत-शृंगम
दलित-हिरण्यकशिपु-तनु-भृंगम
केशव धृत-नरहरि-रूप जय जगदीश हरे ।

नरसिंह आरती इस्कॉन के बारे में

नरसिंह आरती इस्कॉन भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार को समर्पित भक्ति गीत है, जो भक्त प्रह्लाद को सुख और सुरक्षा देने वाले भगवान की स्तुति करता है। इस आरती में नरसिंह स्वरूप की शक्ति, करुणा और भक्ति की महिमा है।

अर्थ

आरती के शब्द हिरण्यकशिपु के शरीर को फाड़ने वाले नरसिंह भगवान के नाखूनों का वर्णन करते हैं, जो प्रह्लाद जी के चित्त को आनंदित करते हैं। यह भगवान के सर्वव्यापक स्वरूप और भक्तों के प्रति उनकी अभूतपूर्व कृपा का स्मरण कराती है।

लाभ

  • भक्तों को भयमुक्ति और मानसिक शांति
  • संकटों का नाश और जीवन में सुरक्षा
  • भय और अज्ञानता पर विजय
  • भक्ति और आस्था में वृद्धि

महत्व

यह आरती इस्कॉन मंदिरों में विशेष रूप से नरसिंह अवतार के पूजन के दौरान की जाती है। यह भक्तों को भगवान की महिमा का बोध कराती है और उनके आशीर्वाद प्राप्ति का माध्यम है।

भाषा बदलें: