आओ भोग लगाओ मेरे मोहन: भोग आरती
आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन…
भिलाने के बैर सुदामा के तंदूल
रुचि रुचि भोग लगाओ प्यारे मोहन…
दुर्योधन को मेवा त्यागो
सागा विदुर घर खाओ प्यारे मोहन…
जो कोई तुम्हारा भोग लगाए
सुख सम्पत्ति घर आए प्यारे मोहन…
ऐसा भोग लगाओ प्यारे मोहन
सब अमृत हो जाए प्यारे मोहन…
जो कोई ऐसा भोग को खाए
सो तेरा हो जाए प्यारे मोहन…
भाषा बदलें: